Category: क्राइम

  • शिकंजे में लेडी डॉन: लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन, हाशिम बाबा की बेगम जोया खान गिरफ्तार, चौंकाने वाला खुलासा

    शिकंजे में लेडी डॉन: लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन, हाशिम बाबा की बेगम जोया खान गिरफ्तार, चौंकाने वाला खुलासा

    नई दिल्ली, 21 फरवरी 2025: दिल्ली के अपराध जगत में लंबे समय से खौफ का पर्याय बनी ‘लेडी डॉन’ जोया खान आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गई। कुख्यात गैंगस्टर हाशिम बाबा की तीसरी पत्नी जोया को 225 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1 करोड़ रुपये आंकी गई है।

    जोया खान: क्राइम की दुनिया की ‘हसीना पारकर’

    33 वर्षीय जोया खान नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर हाशिम बाबा की पत्नी है। पुलिस के अनुसार, जोया न सिर्फ ड्रग तस्करी नेटवर्क का अहम हिस्सा थी, बल्कि अपने पति के अवैध धंधों को भी संभाल रही थी। यह पहली बार नहीं है कि किसी महिला ने अपने गैंगस्टर पति के जेल जाने के बाद गैंग की कमान संभाली हो, इससे पहले हसीना पारकर ने दाऊद इब्राहिम के नेटवर्क को इसी तरह चलाया था

    गिरफ्तारी का ऑपरेशन

    स्पेशल सेल को गुप्त सूचना मिली थी कि जोया नशीले पदार्थों की तस्करी में सक्रिय भूमिका निभा रही है। बुधवार को जब उसे एक अज्ञात शख्स को ड्रग्स सप्लाई करने की जानकारी मिली, तो पुलिस ने जाल बिछाकर उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। यह भी पता चला कि जोया की ड्रग्स की खेप उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से मंगाई गई थी, जिसे देशभर में सप्लाई किया जाना था।

    हाशिम बाबा और जोया की कहानी

    हाशिम बाबा, जो फिलहाल ग्रेटर कैलाश के जिम मालिक नदीर शाह की हत्या के मामले में तिहाड़ जेल में बंद है, दिल्ली का एक कुख्यात अपराधी है। जोया, हाशिम की तीसरी पत्नी है और 2017 में शादी के बाद पूरी तरह अपराध की दुनिया में उतर गई। शादी के बाद वह गैंग के ऑपरेशनल हेड के रूप में काम कर रही थी।

    लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन

    दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया है कि हाशिम बाबा ने तिहाड़ जेल में रहते हुए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संपर्क बनाए। दोनों ने जेल के अंदर से कई आपराधिक साजिशें रचीं। माना जा रहा है कि जोया इस नेटवर्क की बाहरी कड़ी थी, जो हाशिम के आदेशों को गैंग तक पहुंचाती थी।

    ग्लैमर की आड़ में काले कारनामे

    जोया की दोहरी ज़िंदगी थी –

    1. एक तरफ, वह सोशल मीडिया पर अपनी आलीशान लाइफस्टाइल दिखाती थी, महंगे कपड़े पहनती थी और हाई-प्रोफाइल पार्टियों में शामिल होती थी।
    2. दूसरी तरफ, वह ड्रग तस्करी, जबरन वसूली और हत्याओं की साजिशों में शामिल थी

    आपराधिक पारिवारिक पृष्ठभूमि

    जोया का आपराधिक बैकग्राउंड भी चौंकाने वाला है:

    • उसकी मां 2024 में सेक्स रैकेट के मामले में जेल जा चुकी है
    • उसके पिता ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क से जुड़े रहे हैं
    • हाशिम बाबा गैंग, छेनू गैंग और नासिर पहलवान गैंग दिल्ली में ड्रग्स तस्करी के लिए कुख्यात रहे हैं।

    दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी

    जोया की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए गहराई से जांच कर रही है, ताकि हाशिम बाबा और लॉरेंस बिश्नोई के आपराधिक सिंडिकेट का सफाया किया जा सके। यह गिरफ्तारी दिल्ली के अंडरवर्ल्ड में एक बड़े बदलाव का संकेत दे सकती है

  • एक मासूम विधवा फेसबुक के जाल में फंस गई फेसबुक से प्यार में बदली शादी और फिर शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग का गंदा खेल!

    एक मासूम विधवा फेसबुक के जाल में फंस गई फेसबुक से प्यार में बदली शादी और फिर शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग का गंदा खेल!

    जिस्म की आग नहीं बुझी, तो महिला को बदनाम करने की साजिश रची गई!

    आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं एक ऐसी कहानी, जो आपको चौंका देगी! झारखंड के कोडरमा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां फेसबुक पर हुई दोस्ती पहले प्यार में बदली, फिर शादी और फिर शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग का गंदा खेल! जिस्म की आग नहीं बुझी, तो महिला को बदनाम करने की साजिश रची गई!

    तो क्या है पूरा मामला? कैसे एक मासूम विधवा फेसबुक के जाल में फंस गई और कैसे एक शादीशुदा शख्स ने उसकी जिंदगी को बर्बाद करने की साजिश रची? चलिए आपको दिखाते हैं इस शर्मनाक वारदात की पूरी कहानी!”

    यह कहानी कोडरमा जिले की एक विधवा महिला की है, जिसने पांच साल पहले अपने पति को खो दिया था और अपने बच्चों के साथ एक नई जिंदगी जीने की कोशिश कर रही थी। लेकिन तभी उसकी जिंदगी में आया ‘अभिषेक’ नाम का एक शख्स, जिसने खुद को अविवाहित बताकर उसे प्रेमजाल में फंसा लिया।”

    सोशल मीडिया पर शुरू हुई इस दोस्ती ने धीरे-धीरे प्यार का रूप ले लिया। फेसबुक के जरिए दोनों की बातें होने लगीं और फिर युवक ने खुद को कुंवारा बताकर महिला से शादी रचा ली। लेकिन यह शादी प्यार की नहीं बल्कि हवस की थी!”

    लेकिन जैसे ही इस महिला को सच्चाई का पता चला कि अभिषेक पहले से शादीशुदा है, उसने उससे रिश्ता खत्म करने का फैसला किया। लेकिन यह फैसला अभिषेक को रास नहीं आया।फिर शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग का गंदा खेल! आरोपी ने महिला के अश्लील वीडियो बना लिए और जब महिला ने उसे छोड़ने की कोशिश की, तो उसने धमकी देना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उसने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिससे महिला को समाज में अपमानित होना पड़ा!”

    इस पूरे मामले पर झारखंड पुलिस का कहना है की मामले की जांच जारी है और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी |तो देखा आपने, कैसे सोशल मीडिया पर जरा सी लापरवाही आपकी जिंदगी को तबाह कर सकती है! इस घटना से हमें क्या सबक लेना चाहिए? क्या सोशल मीडिया पर अजनबियों से दोस्ती करना सुरक्षित है? आपके क्या विचार हैं? हमें कमेंट करके जरूर बताएं! और इस तरह की अन्य रोचक ख़बरों के लिए आप देखते रहिये सत्यमेव न्यूज़

  • एल्विश यादव और प्रताप सिंह खाचरियावास के बेटे को होगी जेल ..?

    एल्विश यादव और प्रताप सिंह खाचरियावास के बेटे को होगी जेल ..?

    विवादित यूट्यूबर एल्विश यादव आजकल फिर से चर्चा में है ! कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास के बेटे के साथ एल्विश यादव का एक विवादित वीडियो वायरल हुआ है जिसे लेकर जयपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है ! जयपुर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बेटे कृष्णवर्धन सिंह और विवादित यूट्यूबर एल्विश यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। वीडियो में एल्विश दावा कर रहा है कि उसे जयपुर में 13 पुलिस थानों की एस्कॉर्ट मिली हुई है। अब जयपुर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है।”

    इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कांग्रेस नेता के बेटे कृष्णवर्धन सिंह कार चला रहे हैं और एल्विश यादव दावा कर रहे हैं कि उन्हें जयपुर में 13 पुलिस थानों की सुरक्षा मिली हुई है। वीडियो में पुलिस की गाड़ी भी साथ चलती हुई दिख रही है।”जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज ने बताया की यह वीडियो पुलिस की छवि खराब करने वाला है। हमारी जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि एल्विश यादव को किसी भी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई थी। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

    मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब 10 फरवरी को खुद प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने एक्स अकाउंट पर एल्विश यादव के साथ तस्वीर पोस्ट की। इससे जाहिर होता है कि खाचरियावास परिवार और एल्विश यादव के बीच करीबी संबंध हैं।”यह पहला मौका नहीं है जब एल्विश यादव विवादों में आए हैं। हरियाणा में उनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें नशीली दवाओं के सेवन और युवाओं को इसकी लत लगाने के आरोप भी शामिल हैं।”

    एडिशनल कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप सिंह ने बताया की “कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं है। पुलिस की छवि खराब करने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” “पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह वीडियो कब और कहां बनाया गया। साथ ही मामले की तह तक जाने के लिए विस्तृत जांच जारी है।”

    “जयपुर पुलिस की सख्ती के बाद अब सवाल उठता है कि क्या इस मामले में एल्विश यादव और खाचरियावास परिवार पर कोई और बड़ी कार्रवाई होगी? क्या एल्विश यादव के पुराने विवादों की भी जांच होगी? “क्या जयपुर पुलिस एल्विश यादव पर कसेगी शिकंजा? इन सभी सवालों के जवाब के लिए जुड़े रहें सत्यमेव न्यूज़ के साथ।

  • सीरिया के हामा शहर में क्रिसमस ट्री जलाने के विरोध में भारी हंगामा

    सीरिया के हामा शहर में क्रिसमस ट्री जलाने के विरोध में भारी हंगामा

    सीरिया के हामा शहर में मंगलवार को क्रिसमस ट्री जलाने की घटना के विरोध में ईसाई समुदाय के हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। इस घटना ने पूरे इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सीरियाई झंडे और ईसाई धर्म के प्रतीक क्रॉस के साथ अपना विरोध दर्ज किया।

    सीरिया की असद सरकार को हटाने वाले विद्रोही गुट HTS (Hay’at Tahrir al-Sham) ने आरोप लगाया कि इस घटना में शामिल लोग विदेशी लड़ाके थे और उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। HTS ने यह भी दावा किया कि वह इस्लामी शासन के तहत धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, और जल्द ही जलाए गए क्रिसमस ट्री को ठीक किया जाएगा।

    इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दो नकाबपोश लोग सुलैबिया शहर के क्रिसमस ट्री में आग लगाते हुए दिखाई दे रहे थे। सुलैबिया शहर ईसाई बहुल है, और यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक भावना को ठेस पहुंची है।

    प्रदर्शनकारी सीरिया की सड़कों पर बने हुए हैं और उनकी प्रमुख मांग है कि नए इस्लामी शासन में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की गारंटी दी जाए

  • अहमदाबाद के साबरमती में विस्फोट से मचा हड़कंप

    अहमदाबाद के साबरमती में विस्फोट से मचा हड़कंप

    अहमदाबाद के साबरमती में विस्फोट से मचा हड़कंप, पार्सल खोलते ही हुआ धमाका; 4 लोग घायल
    Ahmedabad Blast: अहमदाबाद के साबरमती इलाके में शनिवार दोपहर 12 बजे अचानक हुए ब्लास्ट के बाद हड़कंप मचा गया। बता दें कि साबरमती इलाके में एक पार्सल के जरिए ब्लास्ट किया गया। इस हादसे में 4 लोग घायल हो गए। जिसके तत्कात बाद पुलिस छानबीन में जुट गई और बारीकी से मामले की जांच कर रही है।Ahmedabad Blast: अहमदाबाद के साबरमती इलाके में शनिवार दोपहर 12 बजे अचानक हुए ब्लास्ट के बाद हड़कंप मचा गया। इस हादसे में 4 लोग घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।साबरमती चांदखेढञा इलाके में 83/84 मकान के बाहर दोपहर को एक पार्सल खोलते ही जोरदार ब्लास्ट हुआ। इस हादसे में पार्सल डिलीवरी ब्वॉय सहित 4 लोग घायल हो गए। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, किरीट सुखाड़िया के घर की बीती रात से कुछ लोगों ने रेकी की और शनिवार सुबह कुछ लोग बाइक से पहुंचे।ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जब एक व्यक्ति पार्सल देने आया तो अन्य लोगों ने रिमोट कंट्रोल की मदद से ब्लास्ट किया। हालांकि, घटना के बाद स्थानीय पुलिस, अहमदाबाद क्राइम ब्रांच और अहमदाबाद पुलिस के सभी आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे है।

  • Pakistan: खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला

    Pakistan: खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला

    Pakistan: खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 16 सैनिकों की मौत
    पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के अपर जिले में security forces पर हुए हमले में 16 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 8 अन्य घायल हो गए. किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली हैपाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के अपर जिले में security forces पर हुए हमले में 16 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 8 अन्य घायल हो गए. यह हमला मकीन क्षेत्र में देर रात हुआ और इसे हाल के महीनों में सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. Khurasan Diary की रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लिटा सर क्षेत्र में स्थित एक सुरक्षा चौकी को निशाना बनाया गया.पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर लगातार terrorist attacks हो रहे हैं. माना जा रहा है कि इस हमले के पीछे Tehrik-e-Taliban Pakistan (TTP) का हाथ है, जो इस क्षेत्र में सक्रिय है. इससे पहले 5 अक्टूबर को भी कई हमलों में 16 सैनिक मारे गए। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में TTP-led attacks और बलूच विद्रोहियों के हमलों में इस साल अब तक सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों की जान जा चुकी है.पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान की Taliban government टीटीपी आतंकियों को समर्थन दे रही है. हालांकि, अफगान तालिबान इन आरोपों से इनकार करता रहा है और दावा करता है कि उनकी जमीन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं होने दिया जाएगा

  • ग्वालियर में बारातों पर अपराधियों का कहर: नकाबपोशों ने ₹1.5 लाख उड़ाए, शादी में गोलीबारी भी

    ग्वालियर, मध्य प्रदेश में शादियों में अपराधियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला मंगलवार रात का है, जब शिवपुरी जिले के बैराड़ से ग्वालियर के वृंदावन गार्डन जा रही बारात में नकाबपोश बाइक सवारों ने ₹1.5 लाख नकद से भरा बैग लूट लिया।

    दूल्हे सुधेश सिंह सिकरवार के रिश्तेदार रईसिंह भदौरिया, जो अपनी बहन के ससुर हैं, बारात में मस्ती से डांस कर रहे थे। तभी दो नकाबपोश बदमाशों ने बाइक पर आते हुए उनके कंधे से बैग झपट लिया। पूरी घटना शादी के वीडियोग्राफर के कैमरे में कैद हो गई, लेकिन अपराधी निडर होकर मौके से फरार हो गए।

    बारातियों की खुशी एक पल में दहशत में बदल गई। दूल्हे के पिता निरंजन सिंह सिकरवार ने तुरंत ओल्ड कैंटोनमेंट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अपराधी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

    यह घटना सिर्फ एक हफ्ते बाद हुई है, जब ग्वालियर में एक और बारात में बाइक सवार अपराधियों ने दूल्हे पर गोली चला दी थी। दूल्हे ने फुर्ती से झुककर अपनी जान बचा ली थी।

    ग्वालियर में शादी समारोह अब खुशी का नहीं, बल्कि डर और दहशत का पर्याय बनते जा रहे हैं। बारातें अपराधियों के लिए निशाना बन चुकी हैं, और कानून व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो चुकी है।

  • दिल्ली में अरविंद केजरीवाल पर हमला: सुरक्षा पर गंभीर सवाल या सियासी साजिश?

    दिल्ली में अरविंद केजरीवाल पर हमला: सुरक्षा पर गंभीर सवाल या सियासी साजिश?

    दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की पदयात्रा के दौरान उन पर एक शख्स ने कथित तौर पर तरल पदार्थ फेंककर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, केजरीवाल की सुरक्षा टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को काबू में कर लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
    इस घटना के बाद दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। भारद्वाज ने कहा, *”बीजेपी नेताओं की रैलियां हर राज्य में होती हैं, लेकिन उन पर कभी हमला नहीं होता। अरविंद केजरीवाल पर लगातार हमले हो रहे हैं। पहले नांगलोई में, फिर छतरपुर में और अब ग्रेटर कैलाश में। दिल्ली में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है, और केंद्रीय गृह मंत्रालय मूकदर्शक बना हुआ है”।
    इस घटना को लेकर AAP ने इसे एक सुनियोजित साजिश बताया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता और उनकी सरकार की नीतियों से परेशान होकर विपक्षी दल इस तरह के हमलों का सहारा ले रहे हैं। इससे पहले भी केजरीवाल पर कई बार हमले हुए हैं—छतरपुर में उनके काफिले पर हमला हुआ, वहीं नांगलोई में उनकी कार को घेरने की कोशिश की गई थी।इस हमले के बाद एक बार फिर दिल्ली पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। चूंकि दिल्ली पुलिस सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है, इसलिए यह मुद्दा राजनीतिक रूप से और भी संवेदनशील हो गया है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि पुलिस की ढीली सुरक्षा व्यवस्था ही इन हमलों के लिए जिम्मेदार है।AAP ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी ने कहा है कि यह सिर्फ एक हमला नहीं है, बल्कि केजरीवाल को डराने-धमकाने की कोशिश है।पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आरोपी ने यह हमला क्यों किया और उसके पीछे कौन था।
    यह हमला दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। आगामी चुनावों से पहले इस घटना ने कानून-व्यवस्था और केंद्र-राज्य के संबंधों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। क्या यह महज एक हादसा था, या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश है? आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटना के राजनीतिक नतीजे क्या होंगे।
    इस घटना ने केजरीवाल के समर्थकों के बीच गुस्सा और विपक्षी दलों के बीच नई बहस छेड़ दी है। क्या यह घटना दिल्ली की राजनीति में कोई बड़ा बदलाव लाएगी? या फिर यह एक और राजनीतिक प्रहसन बनकर रह जाएगी?

  • गुजरात में नकली मुद्रा रैकेट का भंडाफोड़, विदेशी नागरिक के काले धंधे की कहानी!

    गुजरात में नकली मुद्रा रैकेट का भंडाफोड़, विदेशी नागरिक के काले धंधे की कहानी!

    भंडाफोड़ किया है, जिसमें चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों में एक प्रमुख आरोपी मौलिक पटेल भी शामिल है, जो भारतीय मूल का ऑस्ट्रेलियाई नागरिक है। पटेल पर आरोप है कि उसने अपनी ऑस्ट्रेलिया स्थित ट्रांसपोर्ट बिजनेस में भारी घाटे के बाद इस नकली मुद्रा रैकेट का संचालन शुरू किया। पुलिस ने बताया कि रैकेट के पास से 151 नकली नोट बरामद हुए, जिनका मूल्य 50 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर था, और इन नोटों का इरादा भारतीय रुपये में बदलने का था। यह रैकेट अहमदाबाद के वटवा इलाके में एक अपार्टमेंट से संचालित हो रहा था, जहां से ये नकली नोट तैयार किए गए थे।

    मौलिक पटेल, जो गुजरात के पाटन जिले का रहने वाला है, 20 साल पहले अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया चला गया था। वहां उसने ट्रांसपोर्ट बिजनेस शुरू किया, लेकिन जब उसे भारी वित्तीय नुकसान हुआ, तो उसने इस धोखाधड़ी के रास्ते पर चलने का फैसला किया। उसने भारत में रहकर ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की नकली मुद्रा बनाने की योजना बनाई, ताकि वह इसे भारतीय रुपये में बदल सके। पटेल ने इस रैकेट के संचालन में अपने कुछ साथियों को शामिल किया, जिनमें ध्रुव देसाई, खुश पटेल और रोणक राठौड़ शामिल थे।

    यह रैकेट पुलिस के लिए उस समय सामने आया जब राठौड़, जो इस रैकेट का प्रमुख बिक्री एजेंट था, ने 50 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर वाले नकली नोट ₹40 प्रति डॉलर की दर से बेचने की कोशिश की। इस दर से वह इस मुद्रा को बाजार से काफी कम दाम पर बेचने की कोशिश कर रहा था, जबकि असली बाजार दर ₹54 प्रति डॉलर थी। पुलिस ने राठौड़ पर नजर रखी और उसे ₹40 प्रति डॉलर के हिसाब से नकली मुद्रा बेचते हुए रंगे हाथ पकड़ा। पूछताछ के दौरान, राठौड़ ने खुलासा किया कि वह इन नकली नोटों को खुश पटेल से प्राप्त करता था, जो उन्हें पटेल और देसाई से प्राप्त करता था। पुलिस ने राठौड़ की जानकारी के आधार पर वटवा क्षेत्र में छापा मारा और तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही, 20 और नकली नोट भी बरामद किए गए।

    इस रैकेट की जांच में यह भी सामने आया कि पटेल और देसाई ने एक साथ मिलकर नकली नोटों का उत्पादन शुरू किया था। वे इसे खुश पटेल को बेचने के लिए देते थे, और खुश पटेल ने राठौड़ को 5% कमीशन पर यह नोट बेचे। इन नोटों को बेचने के लिए राठौड़ ने ₹40 प्रति डॉलर की दर से इसे बेचने की कोशिश की, जो बाजार की वास्तविक कीमत से काफी कम थी।

    पुलिस ने इस मामले में बड़ी मात्रा में सामान भी बरामद किया, जिनमें एक प्रिंटर, ऑस्ट्रेलियाई मुद्रा जैसा सफेद प्लास्टिक शीट्स, लैपटॉप और कंप्यूटर जैसे उपकरण शामिल थे। इन उपकरणों का इस्तेमाल करके नकली मुद्रा प्रिंट की जा रही थी। पुलिस अधिकारी जयराजसिंह वाला ने बताया कि यह रैकेट अब तक का सबसे बड़ा नकली मुद्रा घोटाला हो सकता है, और जांच जारी है ताकि इस पूरे रैकेट के नेटवर्क को तोड़ा जा सके।

    इस मामले का एक और दिलचस्प पहलू यह है कि इस रैकेट में एक भारतीय मूल का ऑस्ट्रेलियाई नागरिक शामिल था, जो भारत में आकर अपनी व्यापारिक समस्याओं का हल धोखाधड़ी के जरिए निकालने की कोशिश कर रहा था। इससे यह सवाल उठता है कि कैसे भारतीय मूल के नागरिक विदेश में अपने आप को स्थापित करने के बाद भी भारत में अवैध गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।

    अब पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि पूरे रैकेट के संचालन का भंडाफोड़ किया जा सके और अन्य संभावित आरोपियों तक पहुंचा जा सके। यह घटना न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश में नकली मुद्रा के खतरे और इसके आर्थिक प्रभावों पर सवाल खड़ा करती है।

  • नेता का बेटा: उडुपी की हिट-एंड-रन घटना ने उठाए सवाल, क्या मिलेगा इंसाफ?

    नेता का बेटा: उडुपी की हिट-एंड-रन घटना ने उठाए सवाल, क्या मिलेगा इंसाफ?

    “कर्नाटक के उडुपी जिले में एक दिल दहला देने वाली हिट-एंड-रन घटना ने जनता को झकझोर कर रख दिया है। 39 वर्षीय मोहम्मद हुसैन की जान एक तेज़ रफ्तार SUV की टक्कर में चली गई। SUV कथित रूप से कांग्रेस नेता देवी प्रसाद शेट्टी के बेटे प्रज्वल शेट्टी चला रहे थे।”
    यह हादसा 13 नवंबर की सुबह 5 बजे के करीब शिरवा के पास हुआ, जब मोहम्मद हुसैन अपनी बाइक पर बेलापू से पंचालकाडु की ओर जा रहे थे। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मारिया बेकरी के पास एक SUV ने उनकी बाइक को टक्कर मारी। बताया जा रहा है कि गाड़ी तेज़ रफ्तार में सड़क के दाहिनी ओर गलत दिशा में चल रही थी।टक्कर के बाद हुसैन को गंभीर चोटें आईं। उन्हें पहले अजरकड अस्पताल ले जाया गया, फिर हालत बिगड़ने पर मणिपाल के एक निजी अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद, हुसैन ने 14 नवंबर की शाम 7:30 बजे दम तोड़ दिया।इस हादसे का एक CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें SUV को बाइक से टकराते देखा जा सकता है। शिरवा पुलिस ने घटना के बाद SUV को जब्त कर लिया और 26 वर्षीय प्रज्वल शेट्टी को 14 नवंबर को गिरफ्तार किया। हालांकि, NDTV के अनुसार, गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
    मृतक के पिता, 65 वर्षीय उमरब्बा ने शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि हादसे के बाद प्रज्वल शेट्टी मौके से भाग गए और घायल हुसैन को कोई मदद नहीं दी।

    शिरवा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 281 और 125(b) और भारतीय मोटर वाहन अधिनियम की धारा 134(a) और (b) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच को तेज़ी से पूरा किया जाएगा और जल्द ही आरोपपत्र दायर किया जाएगा।कांग्रेस नेता देवी प्रसाद शेट्टी, जो बेलापू गांव के प्रमुख व्यक्ति हैं, ने इस घटना पर अब तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।कांग्रेस नेता देवी प्रसाद शेट्टी, जो बेलापू गांव के प्रमुख व्यक्ति हैं, ने इस घटना पर अब तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।